डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर – एक सच्चे महामानव: डॉ. पुरी
सालेकसा: स्थानिक शंकरलाल अग्रवाल विज्ञान महाविद्यालय, सालेकसा में दिनांक 15 अप्रैल 2025 को महामानव महात्मा ज्योतिराव फुले और भारतीय संविधान के शिल्पकार, भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती उत्साहपूर्वक मनाई गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस. एन. मूर्ती ने की, जबकि प्रमुख अतिथि के रूप में डॉ. भूपेश मेंढे और डॉ. संतोष पुरी उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में सभी मान्यवरों के द्वारा दोनों महामानवों की प्रतिमाओं का माल्यार्पण कर पूजन किया गया।
इसके पश्चात डॉ. मेंढे ने अपने वक्तव्य के माध्यम से डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके कार्यों, भारतीय संविधान में उनके योगदान और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी उदाहरणों सहित दी, जिससे विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि हुई।
इसके तुरंत बाद डॉ. पुरी ने महामानव ज्योतिराव फुले के जीवनकार्य पर विस्तृत जानकारी दी और उन्होंने स्थापित किए गए सत्यशोधक समाज तथा स्त्री जनजागरण अभियान के बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि महात्मा फुले नहीं होते, तो आज महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं मिला होता।
अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ. मूर्ती ने दोनों वक्ताओं के वक्तव्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि यदि विद्यार्थियों को आदर्श व्यक्तित्व बनना है तो उन्हें इन दोनों महापुरुषों के जीवन और कार्यों का अध्ययन कर आत्मसात करना चाहिए।
इस संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना समिति तथा समान अवसर केंद्र द्वारा किया गया था। कार्यक्रम का संचालन डॉ. पूनम ठाकुर ने किया, तथा आभार प्रदर्शन प्रा. भूपेंद्र पारधी ने किया। इस कार्यक्रम में सभी नामांकित विद्यार्थी, एनएसएस स्वयंसेवक, प्राध्यापकगण तथा शिक्षकेत्तर कर्मचारी विशेष रूप से उपस्थित थे।